Anokhi Thaanki Jhanki:
जै श्री बालाजी महाराज, अनौखी थांकी झांकी, थे सन्ता की करो सहाय, अनोखी थांकी झांकी ।। टेर ।। |
थार माथ मुकुट विराज, काना म कुण्डल साजे, बाबा गल मोतियन को हार, अनौखी थांकी झांकी,जै श्री।। |
थार अंग मे चोलो साजे, उपरण जनेऊ विराज, बाबा रोम-रोम म राम, अनौखी थांकी झांकी, जै श्री।। |
थार हाथ म लाडु साथ, दुज म गदा विराज, बाबा गोटा की बलिहार, अनौखी थांकी झांकी, जै श्री।। |
लक्ष्मण न मुरछा आई, संजीवन बुटि ल्यायो, बाबो ल्यायो पहाड़ उठाय, अनौखी थांकी झांकी, जै श्री।। |
रावण न मार गिरायो, यो राज विभिषण पायो, बाबो ल्यायो सीता साथ, अनौखी थांकी झांकी, जै श्री।। |
सीता जद पाछी आई, हनुमत ने खुसी मनाई, बाबा लडुवां की बौछाड़, अनौखी थांकी झांकी, जै श्री।। |
अनौखी थांकी झांकी, निराली थांकी झांकी, बाबा म्हारी करो सहाय, अनौखी थांकी झांकी, जै श्री।। |