Anjani ke lal Bajrang Bala:
अंजनी के लाला बजरंग बाला, सुनियो मेरी पुकार, रे रे आई शरण तिहारी ।। टेर ।। |
सेलासर है भवन तिहारो, जग के हो करतार, प्रभुजी जग के हो करतार, भवसागर में नैया पड़ी है, आके कर दो पार, प्रभुजी आके कर दो पार थारे आवे नर और नार, रे रे आई शरण तिहारी,अंजनी….।। |
चेत सुदी पुनम को जग में शंकर के औतार, प्रभुजी शंकर के अवतार, दुध पीवत लीनु सुरज मुख में डाल, प्रभुजी सुरज मुख में डाल, देवता आये विनती सुनाये, करूणा करत पुकार, रे रे आई शरण तिहारी, अंजनी…।। |
सीता की सुधी लेन पधारे गए समुन्दरा पार, प्रभुजी गए समुन्दरा पार, माताजी को मुदड़ी दीनी रूप छोटो से धार, प्रभुजी रूप छाटो सा धार, लंक जलाये, सीता सुधी लाये, रूप धर्यो बिकराल, रे रे आई शरण तिहारी, अंजनी….।। |
राम लक्ष्मण को ले अहिरावण,गयो पाताला माय, प्रभुजी गयो पाताला माय, हनुमत को जब खबर पड़ी तब लाये भुजा बैठाय, प्रभुजी लाये भुजा बैठाय, अयोध्या को आये मंगल गाये, घर-घर मंगलाचार, रे रे आई शरण तिहारी, अंजनी….।। |
आई हूं शरण तिहारी भव से करदो पार, प्रभुजी भव से कर दो पार, भगत मंडली ध्यान लगावे, आज है मंगलवार, रे रे आई शरण तिहारी, अंजनी….।। |