Dekho Bhai re Lyrics in Hindi:
देखो भाई रे, हनुमान बली ने लंक जलाई रे, देखो भाई रे ।। टे ।। |
अंग भंग कर द्यो वानर को, रावन जुगत बताई रे, कपड़ों तेल लपेट पूछं पर, आग लगाई रे, देखो भाई…..।। |
घी अरू तेल घट्यो लंका को, इतनी पूछं बढ़ाई रे, मार फलांग चढ्या छत ऊपर, चकरि घुमाई रे, देखो भाई….।। |
लपट भयंकर उठी आग की, धुवां द्योर मचाई रे, ज्यूं असुरां रे प्रलयकाल की, होली आई रे, देखो भाई…।। |
वानर नही बलाय आ पड्यो, राक्षसियां घबराई रे, जलबलती रोती चिरलाती, दौड़ लगाई रे, देखो भाई….।। |
कोई कहे छोरी का बापू, हाय मरी दुख पाई रे, तन ढकणेरा कपड़ा बलग्या, सोड़ रचाई रे, देखो भाई….।। |
कोई कहे तो वानर कोनी, देव करी कपटाई, कोई कहे साधु नें छेड्यो, ल्यो फल पाई रे, देखो भाई…।। |
सरर-सरर सरणाटा करती, पवन चली पुरवाई रे, फर-फर करता फंछी उड़ग्या, आंच न आई रे, देखो भाई…।। |
एक विभिषण को घर छोडा्यों, सारी लंका जलाई रे, कूद पड्या समंदर में हनुमत, पुंछ बुझाई रे, देखो भाई….।। |
आय खड्या सीता के सनमुख, हनुमत आज्ञा पाई रे, आशीर्वाद दिया माता ने, तब लेई विदाई रे, देखो भाई….।। |